कैसे बिताएं डिलीवरी के बाद पहले 40 दिन: फोटो

डिलीवरी के बाद शुरुआती 40 दिन नई माँ और नवजात शिशु दोनों के लिए महत्वपूर्ण माने जाते हैं। पारंपरिक तौर पर, इसे ऐसा समय माना जाता है, जिसमें नई माँ को प्रसव से उबरना होता है और नवजात को भी बाहर की दुनिया में समायोजित होने के लिए तैयारा होना होता है।

यहां कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताया गया है जो आप 40 दिन की एकांतवास की अवधि के दौरान कर सकती हैं। इनसे आपके और आपके शिशु का स्वास्थ्य बेहतर होगा और आप दोनों ताकत पा सकेंगे।

  • अपनी माँ के गले लगती नई माँ
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    मदद के लिए इंकार न करें

    नई माँ के तौर पर नवजात शिशु के साथ आपकी रोजमर्रा की जिंदगी काफी थकावट भरी हो सकती है। दिन-रात सही ढंग से आराम न मिलने के कारण, आपके लिए सब कुछ खुद संभालना मुश्किल होगा।

    क्यों ना अपनी माँ या सास को घर की जिम्मेदारी संभालने दें और आप अपने शिशु की देखभाल में अपना समय और ध्यान कें​द्रित करें। या फिर आप 40 दिन के लिए जापा वाली बाई भी रख सकती हैं, जो कामकाज में मदद कर सके।
  • शिशु के साथ सोती नई माँ
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    नींद जरुर पूरी करें

    नई माँ के लिए अच्छी तरह नींद ले पाना मुश्किल हो सकता है। मगर, अपनी एकांतवास अवधि का फायदा उठाएं और शिशु के सो जाने पर आप भी सो जाएं। हो सकता है आपको लगे कि यह थका देने वाला समय शायद कभी खत्म ही नहीं होगा। मगर, जब आपके शिशु की नींद की दिनचर्या तय हो जाएगी, तो सब आसान लगने लगेगा।

    इस बीच, नींद से जुड़े उपाय और सुझाव हमारे नींद के संभाग में पढ़ सकती हैं।
  • मालिश करवाती नई माँ
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    डिलीवरी के बाद मालिश करवाएं

    प्रसव के बाद मालिश करवाना भारतीय पारंपरिक एकांतवास अवधि की सबसे शानदार चीजों में से एक है। मालिश से आपके थके हुए शरीर को काफी राहत मिलेगी और यह आपके रक्त संचार में भी सुधार लाती है। यहां पढ़ें कि मालिश के लिए कौन से तेल बेहतर हैं और  प्रसवोत्तर मालिश के क्या फायदे हैं

    यहां जानें कि सिजेरियन ऑपरेशन के बाद मालिश कैसे करवाएं।
  • लड्डू का प्याला
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    प्रसव के बाद के खास भोजन खाएं

    भारत के हर क्षेत्र में एकांतवास के अपने पसंदीदा भोजन होते हैं।  ये अक्सर उन सामग्रियों से बनाए जाते हैं, जिन्हें गर्माहट प्रदान करने वाला माना जाता है। यह मान्यता है कि गर्माहट देने वाले भोजन प्रसव के बाद जल्दी ठीक होने में मदद करते हैं। काफी सारी सामग्रियां स्तन दूध की आपूर्ति बढ़ाने में भी सहायक मानी जाती हैं।

    पारंपरिक एकांतवास के भोजन जैसे कि पंजीरी, गोंद के लड्डू और ऐसे ही कुछ अन्य खाद्य पदार्थों को बनाने की विधि यहां जानें।
  • एकांतवास के पेय
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    स्तनदूध बढ़ाने वाले पेय पीएं

    माना जाता है कि कुछ विशिष्ट पेय स्तनदूध के उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद करते हैं। इसलिए उन्हें नई माँ के दैनिक आहार का हिस्सा बना दिया जाता है।

    स्तनपान कराने वाली माँओं के लिए पेय बनाने की विधियां यहां पढ़ें।
  • आरामदायक स्नान लेती महिला
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    टांकों की देखभाल करें

    अपने टांकों को ठीक करने के लिए आप बहुत कुछ कर सकती हैं, जैसे कि:
    • अगर आपके पेरिनियम क्षेत्र में शल्य चीरा (एपिसियोटमी) लगा है, तो निस्संक्रामक (डिसइंफेक्टेंट) मिलाकर गर्म पानी के टब में बैठें। यह टांके लगे क्षेत्र में आराम पहुंचाता है और दर्द से राहत देता है।
    • ठंडक, पीड़ादायक क्षेत्र को सुन्न कर देती है और सूजन भी कम करती है। आप तौलिये में आइसपैक लपेटकर उसे आराम से अपने टांकों पर रखें।
    • टांकों को इनफेक्शन से बचाने के लिए नियमित रूप से निस्संक्रामक क्रीम लगाएं।
  • शिशु को स्तनपान कराती माँ
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    सहजता से स्तनपान कराएं

    हालांकि, स्तनपान करवाना शिशु को पोषण देने का सबसे प्राकृतिक तरीका है, मगर यह नई माँओं के लिए हमेशा इतना आसान नहीं होता। आपको शुरुआत में मुश्किलें हो सकती हैं। अतिपूरित या भरे हुए स्तन, निप्पलों में दर्द या रिसाव होना एकदम सामान्य है।

    सौभाग्य से, इन सब समस्याओं से निपटने के तरीके हैं और यदि स्तनपान से जुड़े आपके कोई प्रश्न हैं, तो उनका जवाब आप हमारे स्तनपान अनुभाग में पा सकती हैं।
  • श्रोणी मांसपेशियों के व्यायाम करती महिला
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    श्रोणि मांसपेशियों के व्यायाम करें

    शिशु के जन्म के बाद, हो सकता है आपके श्रोणि मंजिल (पेल्विक फ्लोर) में खरोंच, सूजन और काफी दर्द हो।

    हालांकि, इस समय श्रोणी की मांसपेशियों के व्यायाम आप शायद ही करना चाहें, मगर ये आपकी निम्न तरीके से मदद कर सकते हैं:
  • सहेली से फोन पर बात करती महिला
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    अपने लिए कुछ समय जरूर निकालें

    अत्याधिक व्यस्त नौकरियों में भी छुट्टी तो मिलती है, तो फिर मातृत्व के कामों से छुट्टी क्यों न मिले! तनावमुक्त समय व्यतीत करने के बाद, आप तरोताजा होकर लौटती हैं।

    इसके लिए आपको घर से बाहर जाने की भी जरुरत नहीं हैं। आप अपनी किसी करीबी दोस्त से वीडियो कॉल पर बात कर सकती हैं या फिर सब चीजों से बचकर एक-आधे घंटे का समय निकालें और कोई किताब पढ़ें या अपने मोबाइल पर कुछ देखें।
  • पति से पीठ की मालिश करवाती महिला
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    पति के साथ अकेले में वक्त गुजारें

    नए माता-पिता बनने पर, आपको एक-दूसरे के साथ बिताने का ज्यादा समय नहीं मिलेगा। आपकी दिनचर्या अक्सर शिशु की जरुरतों और इच्छाओं पर निर्भर करेगी।

    मगर, यह जरुरी है कि आप एक-दूजे के साथ अच्छा समय व्यतीत करें। जब शिशु सो रहा हो, तब आप कुछ समय निकाल सकते हैं।


    अंग्रेजी के इस स्लाइडशो से अनुवादित: How to spend your first 40 days after delivery: photos
Neha Khandelwal
Neha translates BabyCenter India's English content into Hindi to make it available to a wider audience.

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