Just heard a beautiful poetry:
है मंज़िले लापता
तु कौन है ये बता
तु मेरे ख्वाबो में है
तु ही खयालो में है
तुम्हे समझ न पाऊं
तु उन सवालों में है
मैं जीना चाहूँ जी न पाऊं
जो तु न मिले मर ही जाऊं
मर ही जाऊं ...
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