राजनीति
भारत में आतंकवाद से निपटने के लिए एकल केंद्र नहीं है। केंद्र और राज्यों के टकराव और क्षेत्रीय राजनीति इसमें बाधक बनी हुई है।...
यह स्वीकारने में हर्ज नहीं कि पिछले कुछ दशक में केवल व्यक्तिगत तौर पर ही नहीं बल्कि सामाजिक-सांस्कृतिक समारोहों में शराब सेवन का प्रचलन...
अधिकतर वैज्ञानिकों का मानना है कि ओजोन परत के बिना पृथ्वी पर जीवन का अस्तित्व ही समाप्त हो जाएगा और पानी के नीचे का...
तेल रिसाव समुद्री जीवों के लिए खतरनाक है। वैज्ञानिकों की मानें तो कच्चे तेल में मौजूद एरोमैटिक हाइड्रोकार्बन को साफ करना एक कठिन कार्य...
आजाद भारत में हमने ढेरों शैक्षिक समितियां बनार्इं, राष्ट्रीय नीतियां बनार्इं, राष्ट्रीय शैक्षिक आयोग की स्थापनाएं कीं। लेकिन जो नहीं कर पाए वह यह...
इसी साल 20 अगस्त को अमेरिका ने यूरोपीय यूनियन, चीन, जापान, कनाडा, रूस, श्रीलंका, ताइवान, दक्षिण कोरिया और थाईलैंड के साथ मिल कर विश्व...
परंपरागत सोच और रूढ़िवादी मानसिकता की जकड़न ने बहुत कुछ बदल कर भी कुछ न बदलने जैसे हालात बना रखे हैं। यही वजह है...
जीवन मूल्य जीवन को बहुत सार्थक व रचनात्मक बनाते हैं। शिक्षा में, स्कूल-कॉलेजों में इन मूल्यों का प्रवेश व्यापक स्तर पर हो सके तो...
नरेंद्र मोदी (NaMo) मबाइल ऐप बहुत ही कारगर भूमिका में है। ऐप के जरिए बीजेपी वोटरों से सीधा संपर्क कर रही है। इसका मक़सद...
पहले वृद्धाश्रमों को हमारे समाज में बहुत नकारात्मक भाव से देखा जाता था और कुछ रूढ़िवादी लोगों का मानना था कि इनके खुलने से...
संसाधनों पर बोझ बढ़ने और जीव-जंतुओं के खात्मे की आशंका के तीन प्रमुख कारण हैं। एक, बढ़ती आबादी के उपभोग के मद्देनजर उनका तेज...
बहुत अफसोसनाक है कि पिछले कुछ दिनों से देश में बच्चों के शोषण के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। उनका मानसिक-शारीरिक ही नहीं...
गिद्धों की तेजी से घटती संख्या का कारण पूरी तरह से मानव-जनित है। विकास के इस दौर में बहुत-सी इंसानी खोजें कई रूपों में...
करोड़ों लोग आवास के अभाव, शिक्षा, नौकरी और मामूली चिकित्सकीय सहायता, बुढ़ापे में शरण पाने और मानवोचित जीवन जीने की समस्या से जूझ रहे...
शिक्षा के क्षेत्र में सुधार और पारदर्शिता की जरूरत है। भारत में साक्षरता दर अब भी बहुत कम है। इसलिए, हमें शहरों के साथ-साथ...
अनेक गांवों के चरागाहों की जमीन पर तमाम प्रभावशाली लोगों या स्वयं पंचायतों ने कब्जा कर लिया। सरकार की सिंचाई योजनाओं के तहत भी...
समाजशास्त्रियों के मुताबिक सेल्फियों और ट्विटर-फेसबुक के जरिए सतत संपर्क में रहने की सुविधा ने लोगों को एक तरह के आवेगपूर्ण जीवन में धकेल...
यह विडंबना है कि 2010 में शिक्षा का अधिकार कानून लागू होने बावजूद हमारी स्कूली शिक्षा में वर्गभेद बढ़ता जा रहा है और शिक्षा...