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राजपत्र के प्रकाशन का इतिहास काफी पूर्व से है | अशोक महान के काल में भी महत्वपूर्ण सूचना शिलाखंडों एवं स्तम्भों पर लिखा जाता था । बाद के राज्यादेश डंका एवं ढोल बजाकर आम जनता को सूचना उपलब्ध कराया जाता था । वर्तमान में राजपत्र के द्वारा आम जनता को सरकारी आदेश/नियम की जानकारी दी जा रही है ।
झारखण्ड राजकीय मुद्रणालय, डोरण्डा, राँची, वित्त विभाग के अंतर्गत मुद्रण एवं लेखन सामग्री, निदेशालय, झारखण्ड, राँची के नियंत्रण के अधीन कार्य करता है । झारखण्ड राजकीय मुद्रणालय, डोरण्डा, राँची द्वारा सरकार सभी प्रकार के कार्य यथा झारखण्ड विधान मंडल, गजट, निर्वाचन, झारखण्ड उच्च न्यायालय एवं अन्य सभी विभागों के मुद्रण सम्बन्धी कार्य किया जाता है ।
वर्तमान समय में दो प्रकार के राजपत्रों का प्रकाशन किया जा रहा है ।
(1) साधारण गजट एवं (2) असाधारण गजट । साधारण गजट का प्रकाशन प्रत्येक सप्ताह बुधवार को किया जाता है । जबकि तत्काल प्रभाव से प्रभावित राजपत्रों का प्रकाशन असाधारण अंक में किया जाता है ।
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