जब एक राजनीतिक पार्टी विकास के बारे में बात करती है तो वह अक्सर सड़क, बंदरगाह, सकल घरेलू उत्पाद में वृद्धि, शेयर बाजार, कृषि, निर्यात और अंतरराष्ट्रीिय व्यापार जैसे विषयों पर बात करती है। लेकिन भाजपा की नजर में विकास का पैमाना ये सारी चीजें तो हैं ही, इसके अलावा भी बहुत कुछ और है। मूलभूत रूप से भाजपा के लिए विकास का मतलब है कि प्रत्येक भारतीय अपने जीवन में बदलाव की बयार को महसूस करे और वह सकारात्मक बदलाव उन्हें इस बात के लिए सक्षम बनाएं कि वे अपने पूरे जीवन स्तर को बदलने में समर्थ हो सकें। पार्टी अपने इस प्राथमिक एजेंडा को लेकर ईमानदार और प्रगतिशील नेताओं के नेतृत्व में काम करेगी जो भारतीय समाज के सबसे कमजोर और सबसे उपेक्षित वर्ग का जीवन भी बदलना चाहते हैं, और उन्हें मजबूत बनाना चाहते हैं। इसमें किसी भी तरह के धर्म, जाति और नस्ल का भेदभाव नहीं किया जाएगा।

आज, भारत में भाजपा इकलौती राजनीतिक पार्टी है जो योग्यता की कद्र करती है, और सच्चे धर्मनिरपेक्षतावाद का अनुसरण करती है। यह सच्चा धर्मनिरपेक्षतावाद कहता है “ न्याय और विकास सभी के लिए, तुष्टिकरण किसी का नहीं। ”

जैसा कि हमारे प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी जी ने लगातार जोर डालकर कहा है कि सरकार के काम करने का सिद्धांत मिनिमम गर्वनमेंट मैक्सिमम गर्वनेंस होना चाहिए। केंद्र में पहुंचने के बाद भाजपा इसी सिद्धांत का अनुसरण करेगी। गैर जरूरी क्षेत्रों में सरकार की भूमिका और दखल को कम किया जाएगा। लालफीताशाही और लाइसेंस राज का निश्चित रूप से अंत किया जाएगा। इन सबने हमारे देश के विकास को अवरुद्ध किया है औऱ भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया है।

हमारे द्वारा प्रस्तावित कुछ बदलाव बहुत ही बुनियादी हैं, लेकिन यह बदलाव भारत को तीव्र विकास पथ के पर ले जाएंगे। उदाहरण के तौर पर हम नीतियां बनाने में अपने-अपने क्षेत्र और विषय के विशेषज्ञों को प्रोत्साहित करेंगे जिससे वर्तमान की समस्याएं और भविष्य की समस्याओं को आंका जा सके। भारत को एक समय में सोने की चीड़िया कहा जाता था।

इसका कारण था स्वदेशी उत्पादन केंद्र औऱ स्वनिर्भरता। हम ऐसी नीतियां लाएंगे जो भारत को उत्पादन, रक्षा, कृषि प्रसंस्करण औऱ दूसरे क्षेत्रों में आत्मनिर्भर बना सकें। वर्तमान भारत एक युवा भारत है। जहां लोग कठिन परिश्रम करना चाहते हैं। लेकिन इस भरोसे के साथ कि वे अपने भाग्य निर्माता खुद बन सकें। हमारे विकास का मॉडल उन्हें अपना भाग्य खुद लिखने की सहूलियत देगा। जहां पर सबसे कमजोर तबके के भारतीय नागरिक के पास उचित मौका होगा कि वह समर्पण और दृढ़ता के साथ बड़ा काम कर सके।

भाजपा के विकास की अवधारण यही है। एक संयुक्त देश जहां हर नागरिक के पास समान अवसर हों। जहां योग्यता और कठिन परिश्रम का सम्मान हों। हर नागरिक आर्थिक बदलाव और उत्पादन का प्रतिनिधि हो। ऐेसे सवा अरब प्रतिनिधि एकजुट होकर काम करें तो ऐसा कोई भी मील का पत्थर नहीं है जिसे हासिल न किया जा सके।