बीजेपी का जन्म इस आदर्श के दृण विश्वास पर हुआ है कि भारत जैसा एक राष्ट्र जो वास्तव में समृद्ध और विविधताओं से भरा है, तभी एकजुट हो सकता है जब इसके नागरिक स्वयं की पहचान “किसी भी अन्य पहचान से पहले एक भारतीय” होने की दें। पार्टी की इसी आदर्श के प्रति दृढ प्रतिबद्धता ने ही इसे दुनिया की सबसे बड़ी और देश की सबसे अधिक प्रतिनिधियों वाली राजनितिक पार्टियों में से एक बनाया है।
बीजेपी सच आधारित एक ऐसी राष्ट्रीय राजनीति में विश्वास रखती है, जहाँ हर देशवासी उसकी जाति, पंथ या धर्म की बजाय एक भारतीय पहले है। बीजेपी समाज के वर्गीकरण और विभाजन की संकीर्ण राजनीती में विश्वास नहीं करती है। पार्टी का एजेंडा देश के प्रति प्रेम एवं सद्भाव के आधार पर लोगों को एकजुट करना है। इसी पहचान को प्राथमिकता देने से भारत के एक बार फिर से सांस्कृतिक और आर्थिक महाशक्ति के रूप में उभरने का मार्ग प्रशस्त होगा।
इसे बीजेपी का प्रमुख मार्गदर्शक दर्शन “एकात्म मानवतावाद” के प्रति प्रतिबद्धता के आलोक में भी देखा जाना चाहिए जो सभी भारतीयों को एक संयुक्त इकाई के रूप में देखता है। हमारा नेतृत्व सालों से इसी रास्ते पर चला है और हम मानते है कि यह सुनिश्चित करेंगे कि हमारी मूल्यवान ऊर्जा क्षुद्र मतभेद में नष्ट न हो। राष्ट्र हित को अन्य सबसे ऊपर रखते हुए संयुक्त एवं शक्तिशाली भारत का निर्माण, जिसमे 1.25 अरब नागरिकों में से हर एक नागरिक अपने अनूठे तरीके से योगदान देता है और अपने अनूठे सपनो को साकार करता है।