- published: 10 Dec 2016
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संत आसारामजी बापू की रिहाई की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठे साधकों से मीडिया की बातचीत आमरण अनशन पर बैठे साधको की मांगे ⬇⬇⬇⬇ हमारी मांगे यह है ,कि बापूजी को जल्दी से जल्दी रिहा किया जाये, उन पर जो अत्याचार हो रहे है, वो बंद किया जाये, क्योकि बापू को 3 साल से जेल में रखा गया है ,कोई भी फैसला नहीं आया, तो सजा तो आप ने पहले ही दे दी और क्या सजा देने वाले है, आप ?????? यदि हमारे प्राण, हमारा शरीर छूटता है, तो इसकी ज़िमेदार शाशन या न्याय पालिका दोनों रहेगें। आगर मालवा - आसाराम बापु के आश्रम पर अनशन For More Latest Updates Subscribe :- https://www.youtube.com/user/Ashoklohan
आगर जिले से पीएससी में चयनित पहली प्रशासनिक अधिकारी हेमलता शर्मा सहायक संचालक जनसंपर्क बनी. बधाई .
महुड़िया आगर- मालवा
अधूरे ख्वाब के इस कार्यक्रम में हम बात कर रहे थे आगर की. आजादी के बाद ऐसा नहीं हे कि सरकारों ने कदम नहीं उठाए. योजनाएं बनाई गई लेकिन आगर तक नहीं पहुंच पाई. आगर एक शहर जरुर है पर आजादी के बाद आगर के विकास की बात करें तो यहां कोई खास विकास नहीं हो पाया है. 1956 में इसे मध्यप्रदेश में शामिल किया गया था. मध्यप्रदेश के कुछ शहरों काे छोड़कर कई ऐसे जिले है जहां विकास का दूर दूर तक नामों निशान नहीं. वहीं मुस्लिम इलाकों में तालीम की कमी देखी गई है. वहीं स्कूलों में भी काफी कमी है ओर साथ ही मूलभूत सुविधाओं की भी कोई व्यवस्था नहीं है.