फल
भोजपुरी विकिपीडिया से
फल चाहे फर कौनो फूल वाला पेड़-पौधा में फूल से बिया बनला क अवस्था पूरा भइला पर बने वाला चीज हवे। ई फूल में होखे वाल अंडक की निषेचन की बाद बढ़ के पूरा भरपूर बृद्धि कइला की बाद बनेला। फल क दू गो अवस्था होला काँच आ पाकल। पकल फल में बिया अपनी पूरा बिकास के पा जाला आ ओसे नया पौधा जनम ले सकेला।
आदमी जवना फल के खा सकेला ओके खाद्य फल आ बाकी कुल के अखाद्य फल कहल जाला।